If you like this post, Please Share it.
गरीब रहना कोई नहीं चाहता है, लेकिन समाज के डर से लोग कुछ कामों को करने से डरते है, इस बजह से वो गरीब ही रह जाते है | लेकिन कुछ लोग ऐसे होते है जो अपनी कामयाबी के बीच में समाज को नहीं आने देते है और अपना काम करते रहते है ऐसे ही लोग अमीर बनते है | तो आज की इस पोस्ट में आपको ऐसे ही कामों की जानकारी दी जायेगी, जिनसे आप पैसे तो बहुत ज्यादा कमा सकते है लेकिन आपका डर उन कामों को करने से आपको मना करता है और आप फिर वो काम नहीं करते है और पूरी जिन्दगी गरीबी में जीने को मजबूर हो जाते है |
नीचे दिए पांच डर ऐसे है जो होते नहीं है, लेकिन फिर भी लोग इनकी बजह से डरते है |
1. शर्म आती है |
2. इज्जत का सवाल है |
3. बदनामी हो गई तो क्या होगा |
4. पैसे नही मिले तो |
5. कर्ज हो गया तो |
तो चलिए अब इनके बारे में विस्तार से जानते है कि इन डर को कैसे दूर कर सकते है |
हमारे देश में सबसे ज्यादा लोगों की गरीबी का कारण है कि उनको काम करने में शर्म आती है | जैसे मेरे पास एक व्यक्ति आया और बोला सर में विडियो नहीं बना सकता हूँ, मुझे विडियो बनाने में शर्म आती है | मैंने कहाँ आपको विडियो बनाने में शर्म क्यों आती है, तो महाशय जी का जवाब था कि लोग देखेंगे तो क्या कहेंगे | अब आप खुद ही सोचिये, इसमें शर्म की कौन सी बात है यदि आप कोई विडियो अपने मोबाइल से बनाते है तो उस समय आप एक दम अकेले होते है या आपकी जान-पहचान वाले लोग आपके पास होते है जो विडियो बनाने में आपकी सहायता करते है | जो लोग आपके जानकर है उनको तो पहले से ही पता है और अगर आप अपनी विडियो को इन्टरनेट पर डालते है पैसे कमाने के लिए तो आप अपनी विडियो में लोगों को कुछ न कुछ जानकारी दे रहे होते है या लोगों का मनोरंजन कर रहे होते है तो जब लोगों को आपकी जानकारी अच्छी लगेगी तो लोग आपकी प्रशंसा ही करेंगे | अगर आप ये सोचते है की लोग क्या कहेंगे तो लोग तो तब भी कुछ न कुछ कहेंगे जब आप कुछ नहीं करेंगे | आपकी गरीबी को दूर करने लोग नहीं आयेंगे | इसलिए लोगों की चिंता करना छोडिये और ध्यान रखिये कोई भी काम छोटा या बढ़ा, बढ़िया या बूरा नहीं होता है | इसलिए किसी भी काम को करने में शर्म नहीं करनी चाहिए |
हमारे देश में हर गरीब इज्जत का राग अलापता है | गरीब के पास पैसे तो होते नहीं है, इसलिए वो अपनी गरीबी छुपाने के लिए लोगों को बोलेगा, मेरे पास पैसे नहीं है तो क्या हुआ, मेरे पास इज्जत है | में कोई काम इसलिए नहीं करता हूँ की मेरी इज्जत का सवाल है | लेकिन सच्चाई ये है की गरीब को ये पता ही नहीं होता है कि इज्जत कहते किसे है | इज्जत का अर्थ होता है कि यदि आप एक इज्जत दार हो तो किसी से भी किसी काम के लिए बोलते है तो लोग आपका काम तुरंत करने लग जाएँ, आपके सम्मान में लोग, खड़े हो जाएँ, अगर आप किसी से कर्ज भी लेते है तो वो आपको तुरंत पैसे दे दे बिना कोई सवाल पूछे | और ये सब गरीबों के साथ नहीं होता है | ऐसा सिर्फ अमीरों के साथ होता है | गरीब की इस दुनियाँ में कोई नहीं सुनता है | इसका अर्थ क्या हुआ | गरीब जिस इज्जत के ढोल पीटता है हकीकत में वो कोई इज्जत नहीं होती है बल्कि वो अपनी गरीबी और कमियों को छुपाने के लिए ऐसा बोलता है | आज इज्जत उसी के पास है जिसके पास पैसे है | जिसके पास पैसे नहीं है उसकी इज्जत एक कुत्ते जैसी होती है, जरूरत पड़ने पर लोग रोटी का टुकड़ा डालते है और जरूरत न होने पर डंडा मरकर भगा देते है |
आज से तकरीबन 50 साल पहले नाचने - गाने का काम केबल भाड़ जाती के लोग करते थे | जो लोग गाँव-गाँव जाकर अपना नाच-कूद दिखाते थे और लोग खुश हो कर उनको पैसे देते थे | अन्य लोग इस काम को बहुत गन्दा समझते थे और ऐसे लोगों को भाड़ और रंडी कहकर बुलाते थे |
जब थोड़ा विकास हुआ तो इन्ही लोगों ने अपनी विडियो और संगीत के द्वारा लोगों का मनोरंजन करना शुरू कर दिया | आगे चलकर फ़िल्मी जगत की शुरुआत हुई और इन्ही लोगों ने फिल्म बनाना शुरू कर दिया | उस समय कोई व्यक्ति फिल्मों में काम इसलिए नहीं करता था की बदनामी हो जायेगी | बस बदनामी के डर से लोग फिल्मों में काम करने के लिए राजी नहीं होते थे और फिल्म बनाने वाले लोगों को काम करने वाले लोग नहीं मिलते थे | जिन लोगों के समझ में ये बात आगई कि इसमें बदनामी वाली कोई बात नहीं है तो कुछ लोगों ने फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया और आज हम और आप उनको सुपर-स्टार के नाम से जानते है | आज सबसे ज्यादा पोपुलर वही लोग है और उनके बच्चें भी फ़िल्मी दुनियाँ आज करोड़पति बन चुके है | आज देश के हर वर्ग और जाती का व्यक्ति फिल्मों में काम करना चाहता है | लेकिन अब फ़िल्मी दुनियाँ में कदम रख पाना बहुत कठिन है | जैसे पहले भाड़ गाँव-गाँव नाचते थे वैसे ही आज अन्य बड़ी जातियों की लड़कियां स्टेज डांस करती है | मेरे कहने का अर्थ है की आपकी बदनामी होगी या नाम होगा ये सिर्फ आपकी सोच के ऊपर है |
आज इन्टरनेट का समय है | अब पैसे कमाने के लिए घर से बहार नहीं जाना पड़ता है | अब सिर्फ आपके पास एक स्मार्टफोन है तो अपने घर पर रहकर ही ऑनलाइन काम करके 1 लाख या 2 लाख रुपये महिना कमा सकते है | मैं पिछले चार साल से लोगों को ऑनलाइन काम करना सीखा रहा हूँ, लेकिन उनमें से कुछ लोगों का सवाल होता है कि पैसे नहीं मिले तो ?
अब सोचने वाली बात ये है की आपको पैसे मिलेंगे की नहीं ये तो बाद की बात है पहले तो आपको काम करना पड़ेगा | यदि आप अपना काम ही शुरू न करें और सोचते रहे की पैसे नहीं मिले तो | अगर आप ऐसा सोचते रहेंगे तो आपको कभी पैसे नहीं मिलेंगे क्योंकि आपने कोई काम ही नहीं किया है | सबसे पहले तो कम से कम 1 महिना लगातार अच्छा काम कीजिये | जिससे आपकी कुछ 10 हजार या 50 हजार की इनकम बने | उसके बाद आपको पैसे नहीं मिलते है तो कोई आपसे आगे काम भी तो नहीं करवा लेगा | जरा सोचिये कोई व्यक्ति आपको रोज 1000 रुपये का काम करके देता है और आपको उसे रोज 500 रुपये देने है और आपको उस व्यक्ति से रोज 500 रुपये की बचत हो जाती है तो आप उससे एक दिन काम कराकर भगा दोगे या उसको रोज काम पर बुलाओगे जिससे आपको हर दिन 500 रुपये का फायदा होता रहे | तो ऐसा ही उन लोगों के साथ है जो लोग आपको ऑनलाइन काम देते है | यदि आप अच्छा काम करेंगे और आपके काम से उनको फायदा होगा तो वो लोग आपको हर महिना समय पर पैसे देंगे | जिससे आप अच्छा काम करते रहो और उनको भी आपके काम से फायदा होता आरहे | तो बिना काम किये ये सोचना की पैसे नहीं मिले तो ? एक बहुत बड़ी बेबकूफी है |
कुछ लोग कोई भी काम इसलिए नहीं करते है कि प्रत्येक काम को करने में कुछ न कुछ तो खर्चा होता ही है और उनको खर्चा करने से डर लगता है की कर्ज हो गया तो | शायद आपको पता न हो तो ऐसा सिर्फ गरीब आदमी जब सोचता है जब वो कोई अच्छा काम करने की सोचता है | वही पर यदि गरीब आदमी कोई बूरा काम करेगा तो ऐसा नहीं सोचेगा | जब वो कोई बूरा काम करेगा तो बताएगा की में इस काम में इसलिए पैसे खर्च कर रहा हूँ जिससे में पैसे वाला बन सकूं | जैसे :- ज्यादातर गरीब लोग सट्टा लगाते है, जुआ खेलते है या लोटरी लगाते है | जिनको नहीं पता सट्टे के बारे में तो उनको बता दूं कि ये एक गन्दा काम है और हमारे देश में चोरी-छुपे किया जाता है | इसमें व्यक्ति अपनी मेहनत की कमाई में से रोजाना 100 रूपये या 200 रुपये 1 से लेकर 100 नंबर के बीच 2 से 5 नंबरों पर लगाता है | जैसे आपने 10 नंबर पर 100 रुपये लगाये और दुसरे दिन जब सट्टा खुलेगा तब यदि 10 नंबर खुला तो आपको 9 हजार रुपये मिल जायेगे और यदि 10 नंबर नहीं खुला तो आपको कुछ नहीं मिलेगा | इस प्रकार गरीब लोग रोज सट्टा लगाते है और उनकी मेहनत का पैसा डूबता रहता है | आज तक सट्टा लगाकर कोई भी गरीब पैसे नहीं कमा पाया है लेकिन फिर भी लोग रोज अपनी किस्मत को अजमाते रहते है | जिससे गरीब और गरीब होता चला जाता है |
ऐसे ही यदि आप किसी गरीब से बोलेंगे की किसी भी काम को शुरू करने में 1000 रुपये का खर्चा आरहा है | इस काम को करने से आप हर महिना 30 हजार या 40 हजार रुपये कमा सकते है | तो चलिए वो काम कर लेते है तो वो आपकी इस बात पर कोई गौर नहीं करेगा और आपको उस काम से सम्बंधित तरह - तरह की बाते बताएगा | लेकिन उस काम को करने के लिए तैयार नहीं होगा | लेकिन वही आप उसको बोलिए की आज शाम को धारु यानी शराब पीने का प्रोग्राम बनाते है 1000 रुपये लेकर आना तभी मजा आएगा तो वो आपसे मना नहीं करेगा चाहे वो धारु पीने के लिए 1000 रुपये किसी से कर्ज ही क्यों न लेना पड़े |
ऐसे ही मेरे पास एक व्यक्ति आया और बोला साहब में बहुत गरीब हूँ मेरे लिए कोई काम बताओ | तो मैं बोला आप संस्था "स्पेशल चाइल्ड वेलफेयर आर्गेनाइजेशन" में अपना रजिस्ट्रेशन करवा लो ये संस्था हर गरीब और बेरोजगार व्यक्ति को घर बैठे ऑनलाइन और ऑफलाइन काम दे रही है | तो आप भी इस संस्था के साथ काम करके 50 हजार या 60 हजार रुपये महिना कमा सकते है | बोला ठीक है सर आप मेरा इसमें रजिस्ट्रेशन करा दो, तो मैंने बोला इसमें रु. 750/- रुपये रजिस्ट्रेशन फीस भी लगती है जो जीवन आपको एक बार देनी है | उसके बाद आप जो भी काम करेंगे तो उसका पैसा सीधे आपके बैंक अकाउंट में मिलता रहेगा | अब वो बोलता है की सर मुझे ऑनलाइन काम करना तो आता ही नहीं है | ये संस्था तो ऑनलाइन काम देती है, विडियो बनाने का, टाइपिंग करने का, ब्लॉग्गिंग का, बच्चों को पढ़ने का आदि ( सभी कामों की जानकारी के लिए यहाँ क्लिक जिजिये )
लेकिन में ऑनलाइन कोई काम नहीं कर सकता हूँ | कोई ऐसा काम बताओ जो आसान हो और मैं अपने घर से ही कर सकू | तो मैंने बोला आप सबसे पहले अपना रजिस्ट्रेशन कराओ और उसके बाद अपनी स्पोंसर आई डी से दुसरे बेरोजगार लोगों के रजिस्ट्रेशन करते रहना | यदि आप हर दिन 1 बेरोजगार व्यक्ति का रजिस्ट्रेशन करवाते जाते है तो आपको 30 हजार से 40 हजार रुपये महिना मिलता रहेगा | ठीक है सर मैं ये काम तो कर दूंगा, लेकिन इसमें एक समस्या है की मैंने किसी का रजिस्ट्रेशन कराया और उसने कोई काम नहीं किया तो उसको पैसे तो मिलेंगे नहीं फिर वो अपने रु. 750/- रुपये मुझसे वापिस मागने लगा तो | पहली बात तो ये की आपको किसी से पैसे लेने नहीं है, आपको केबल उसका रजिस्ट्रेशन करवाना है और अपनी फीस वो खुद भरेगा और दूसरी बात अगर आप किसी का रजिस्ट्रेशन करने के लिए रजिस्ट्रेशन फीस लेते हो तो उसके बदले में आपने उसका रजिस्ट्रेशन कर दिया | अब वो कोई काम करेगा तो पैसे कमाएगा ही और अगर वो काम नहीं करेगा तो उसने आपको कोई कर्ज तो दिया नहीं है जो वो आपसे वापिस मागेगा | तो इसमें परेशान होने की कोई बात है ही नहीं |
मानकर चलिए अभी सी-टेट (CTET-2020) के फॉर्म निकले हुए है | इस फॉर्म को भरने की फीस है रु. 1200/- यदि आप किसी को सी-टेट का फॉर्म भरने को बोलते है और वो सरकारी टीचर नहीं बनता है तो क्या आप उसके फॉर्म भरने की फीस रु. 1200/- वापिस करेंगे | नहीं करेंगे और न ही वो आपसे मागेगा | लेकिन इस संस्था में तो फुल गारंटी है की आप रजिस्ट्रेशन के तुरंत बाद ही अपना काम करना शुरू कर सकते है और हर दिन 3000 रुपये या उससे भी ज्यादा कमा सकते है |
तो दोस्तों आज ही अपना रजिस्ट्रेशन कम्पलीट करें और अन्य वेरोजगार लोगों के रजिस्ट्रेशन अपनी स्पोंसर आई डी से करवाकर घर बैठे लाखो रूपये महिना कमायें या संस्था के साथ अन्य कोई ऑनलाइन या ऑनलाइन काम करें |
अपना रजिस्ट्रेशन करने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
संस्था द्वारा दिए जा रहे अन्य ऑनलाइन और ऑफलाइन काम की जानकारी के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
order provigil 100mg pill deltasone 5mg tablet deltasone 40mg pill
order cefdinir generic buy generic lansoprazole online buy prevacid online
Быстровозводимые здания - это современные строения, которые различаются большой скоростью возведения и гибкостью. Они представляют собой сооружения, образующиеся из заранее сделанных элементов или же компонентов, которые могут быть скоро собраны в месте строительства. Расчет стоимости быстровозводимого здания обладают податливостью а также адаптируемостью, что дозволяет легко менять а также адаптировать их в соответствии с пожеланиями покупателя. Это экономически выгодное а также экологически устойчивое решение, которое в крайние годы получило обширное распространение.
cost cenforce cheap cenforce 50mg purchase chloroquine without prescription
cheap tadalafil without prescription cialis price viagra pills 100mg